मंगलवार, 31 अक्तूबर 2017

पूरा गाँव एक था



लड़ाई में भी
सहयोग में भी
जुड़ने में भी
और टूटने में भी
पूरा गाँव एक था
ख़ुशी में भी
दुःख में भी
लड़ते भी थे
समझाते भी थे
क्योंकि पूरा गाँव एक था
काम भी एक था
दाम भी एक था
सभी अमीर भी थे
सभी गरीब भी थे
मेरा पूरा गाँव एक था
क्योंकि सब एक थे