रविवार, 14 दिसंबर 2008

जो सवाल मैंने नही पूछा

जो सवाल कभी मेरे दिमाग में नही आया
वही सवाल कल मुझसे पूछा जाएगा
पापा, आपके किस नम्बर की प्रेमिका की औलाद हूँ मै
यह सवाल सहज ही पूछा जाएगा।
कितने प्रेम किए, कितने में सफल हुए,
अभी कितनों से प्यार किया जाएगा।
बहुत हराम के बच्चे हैं जहाँ में ,
उनमे से किसे तुम्हारा कहा जाएगा.
तुम सफ़ेद वस्त्र पहन कर निकलते हो
सदा तुम्हारा जयकार किया जाएगा
जो सवाल अभी मेरे दिमाग में नही है ,
वही सवाल कल मुझसे किया जाएगा।

शनिवार, 6 दिसंबर 2008

क्या दवा बनाई है आप ने

कांग्रेस के पास हर एक मर्ज की दवा है। जुकाम से लेकर एड्स तक की। खास बात यह है कि सभी बिमारिओं की दवा एक ही है। इसे रामबाण कहना चाहिए। इससे सारी बीमारियाँ दूर हो जाती है।
आपको पता है आतंक के दर्द को कम करने की दवा क्या है। नही जानते। चलो सर्वरोग ज्ञाता कांग्रेस से पूछते हैं। वाह...वाह क्या दवा बनाई है। बता देता हूँ क्या दवा है--- जनता को हीरो और हीरोइनों में या क्रिकेट में उलझा दो। वह सारे गम भूल जायेगी। चाहे वह गम आंतकवादी वारदातों का हो या किसानों की आत्महत्या का।