खूब पढ़ लिया हमने
जन गण मन अधिनायक जय हे
जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
समझ नहीं आया अब तक भी
है कौन हमारा भाग्य विधाता
५ साल में एक बार जनता बनती भाग्य विधाता
बाकी समय कौन है भाग्य विधाता
लोकतंत्र की ही महिमा है
देव कभी याचक तो
याचक कभी देव बन जाते हैं।
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