दुनिया में सब तेरा है
बस आँख उठा कर देखो तो
तू ही महान, तू ही दयावान
तू ही है सब का आसमान
लेकिन इस दुनिया में हमने
तेरे कई रुप हैं देखे
कहीं प्यार, कहीं तकरार
कहीं ये दोनों हैं ख़बरदार
अत्याचार बढे दुनिया में
हाथ तुम्हारे कभी न कापे
दुनिया में आने से पहले
तुने ही है मार दिए
धन्य नारी! तेरी ये महिमा
तुझमें अब दुनिया का रहना
रोओगी अपनी करनी पर
पानी नही तुझे है मिलना।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें