सोमवार, 19 मई 2008

क्योंकि जिन्दगी इसी का नाम है.

जीतना ही जिन्दगी का नाम नही होता है,
हार कर भी खुश रहना हमारा काम होता है।
दूसरों को छल कर बहुत धनवान होते हैं
खुशी का इक लफ्ज भी उन्हें दुश्वार होता है।
हार गए यदि सारे दांव, छल गया तुमको संसार
खुश होकर अब रहना सीखो,
डरने से अब क्या काम
देखे बहुत है जहाँ में इन्साँ को
सभी तन्हा, सभी उदास नजर आते हैं।
बहुत है जो इक बाजी हारने के बाद हार मै लेते हैं।
दूसरे इसे जितने को उत्सुक नजर आते हैं।
उनके लिए हारना और जीतना ही जिन्दगी है
क्योंकि यही हार और जीत ही जिन्दगी का नाम है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. khushi huee umesh ki aapne hmko yaad kiya. bahut hi achchha lga koshish karna ki naa fone ke maddhyam se to blog ke maddhyam se tow sampark bnaaye hi rakhana . dhanyawad!

    जवाब देंहटाएं
  2. itna hi kahaan km achchha hai
    itna hi kahaan km kya kuchh kiya
    kiya yahi bahut ai sakhe
    samay besamay khyal jo lia

    जवाब देंहटाएं