रविवार, 28 सितंबर 2008

हाय-हाय

कुछ भी हो तो हाय होगा
अच्छा हो तो भी हाय
कोई मिले तो भी हाय
सब हाय-हाय करते हैं
दुनिया ही एक हाय हो गयी
कोई मरता है तो कहता है हाय
कोई मर जाता है तो सब कहते हैं हाय
हाय सुख भी, हाय दुःख भी
हाय ही सब कुछ है।
कोई मांग हो तो हाय
हड़ताल हो तो भी हाय
सब जगह हाय है
इसलिए तुम और हम अब
बस हाय-हाय हैं।

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